
भीलवाड़ा। योग से होने वाले लाभ से लोगों को जागरुक करने के उद्देश्य से हर वर्ष 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाया जाता हैं । योग विद्या में शिव को ‘आदि योगी’ माना जाता है, यानी भगवान् शिव योग के जनक थे, आज शनिवार को बच्चे से लेकर बुजुर्गो सभी ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर योग किया । आज के दौर में बदलती लाइफ स्टाइल, खान-पान और व्यस्तता की वजह से शारीरिक श्रम और एक्सरसाइज के लिए समय की कमी और तनाव के कारण लोग नई-नई बीमारियों के शिकार हो रहे है। पंचांग के अनुसार 21 जून को उत्तरी गोलार्द्ध का सबसे लंबा दिन होता है, जिसे ग्रीष्म संक्रांति कहते हैं. ग्रीष्म संक्रांति के बाद सूर्य दक्षिणायन होता है. दक्षिणायन होने पर सूर्य का तेज कम हो जाता है, जिससे वातावरण अशुद्ध हो जाता है, कीटाणु उत्पन्न होने लगते हैं, रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है. ऐसे में अध्यात्मिक सिद्धियों को प्राप्त करने और तन-मन को स्वस्थ रखने के लिए हर साल 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाते हैं ।।

