

शम्भूगढ़। प्रसिद्ध भजन गायक अर्जुन राणा ने हाल ही में एक धार्मिक मंच पर अपने भजन के माध्यम से एक महत्वपूर्ण संदेश दिया। उनका उद्देश्य धार्मिक आयोजनों में भक्ति भाव और मर्यादा बनाए रखना था, न कि किसी प्रकार के नृत्य या संगीत को बंद करवाना। अर्जुन राणा ने कहा कि भजन और धार्मिक गायन का उद्देश्य केवल धर्म और भक्ति भाव को जागृत करना है। उन्होंने स्पष्ट किया कि नृत्य, वादन और गायन सभी कला रूप हैं, लेकिन इन्हें मर्यादित कपड़ों और भावपूर्ण प्रस्तुति के साथ ही प्रस्तुत किया जाना चाहिए। उनका यह संदेश अश्लीलता वाले डांस के खिलाफ था, न कि सामान्य कला के खिलाफ।भजन प्रस्तुत करने के बाद अर्जुन राणा को धमकियाँ और झूठे मुकदमे झेलने पड़े, और उनका यूट्यूब चैनल भी अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया। गाने को हटाने के लिए उन्हें 1 लाख रुपए का ऑफर भी दिया गया, लेकिन उन्होंने इसे ठुकराते हुए कहा, “मैंने ये भजन धर्म के लिए गाया है, पैसा नहीं महत्वपूर्ण है।“
इस मुद्दे पर समाज के कई प्रतिष्ठित धार्मिक एवं सामाजिक संगठन भी अर्जुन राणा के साथ खड़े हुए हैं। इनमें प्रमुख हैंः श्याम गुर्जर गुवारडी,विश्व हिंदू परिषद,बजरंग दल, शिव सेना, करणी सेना, भीलवाड़ा के स्थानीय और राष्ट्रीय संगीत संस्थान अर्जुन राणा का यह कदम धार्मिक मंचों पर मर्यादा और भक्ति भाव बनाए रखने के लिए प्रेरक है। समाज में जागरूकता के लिए यह जरूरी है कि धार्मिक आयोजनों में कला और भक्ति दोनों का संतुलन बना रहे। समाज और धर्म प्रेमियों से अपील की गई है कि वे अर्जुन राणा का समर्थन करें और धार्मिक आयोजनों में मर्यादा बनाए रखने में सहयोग करें, ताकि हमारे सनातन धर्म की संस्कृति और भक्ति भाव सुरक्षित रह सके।