

जयपुर। स्वामी केशवानंद इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी मैनेजमेंट एंड ग्रामोत्थान में इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग विभाग के द्वारा एआईसीटीइ ट्रेनिंग एंड लर्निंग ऐकैडेमी (ATAL) द्वारा प्रायोजित “नेविगेटिंग रिसेंट ट्रेंड्स एंड इन सेमी कंडक्टर डिवाइसेज विषय पर एक सप्ताह अवधि के लिए फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत में संस्था के अकादमिक निर्देशक प्रोफेसर एसएल सुराणा ने सेमीकंडक्टर इंडस्ट्रीज में निहित अवसरों को चिन्हित करते हुए इस एफडीपी की महत्ता पर प्रकाश डाला। प्रोफेसर पीके जैन ने सभी प्रतिभागियों को इस एफडीपी में सम्मिलित होने वाले विभिन्न शिक्षाविदों तथा विशेषज्ञों से परिचित कराया तथा एफडीपी की संक्षिप्त रूपरेखा प्रस्तुत की। उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि प्रोफेसर सुदेब दास गुप्ता (आईआईटी रुड़की) रहे। उन्होंने सभी प्रतिभागियों को सेमी कंडक्टर क्षेत्र में निहित विशेष अवसरों से परिचित कराते हुए देश को इस क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि पहले भी हम इस क्षेत्र में निहित अवसरों को उठाने से वंचित रह चुके हैं, अगर देश में सेमी कंडक्टर क्षेत्र में कार्य कुशलता पर बढ़ावा दिया जाए तो चिप फैब्रिकेशन के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता लाया जा सकता है तथा इस समय इस क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर निहित संपूर्ण अवसरों का भरपूर लाभ उठाया जा सकता है। प्रोफेसर मोहन सिंह मेहता (दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी) ने भी इस क्षेत्र में स्थित विभिन्न शोध अवसरों से सभी प्रतिभागियों को परिचित कराया। उन्होंने बताया कि यद्यपि हम सेमीकंडक्टर डिजाइन क्षेत्र में बहुत अच्छा कर रहे हैं, परंतु हमें फेब्रिकेशन क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने की आवश्यकता है। अंत में प्रो.मुकेश अरोड़ा विभागाध्यक्ष (ECE) ने सभी आगंतुकों, विशेषज्ञों को धन्यवाद प्रस्तुत किया तथा आयोजकों की सरहाना की। उद्घाटन समारोह में संस्था के प्राचार्य प्रो.रमेश प्रचार तथा डीन प्रो.आरके जैन भी उपस्थित रहे। इस एफडीपी के प्रथम दिन दो व्याख्यान सत्र एक लेख परिचर्चा तथा एक कार्यात्मक सत्र का भी आयोजन हुआ। प्रथम व्याख्यान सत्र में प्रोफेसर सुदेब दासगुप्ता ने “कंप्लीमेंट्री फेट, नैनो शीट ट्रांजिस्टर टेक्नोलॉजी फॉर बियोंड मूरे लॉ” पर विस्तृत व्याख्यान दिया तथा द्वितीय सत्र में डॉ.मेहता ने “गैस और बायोसेंसर्स” विषय पर व्याख्यान से सभी प्रतिभागियों का ज्ञानवर्धन किया। प्रथम दिन के अंत में डॉ.प्रवीण कुमार जैन द्वारा एक कार्यात्मक सत्र संचालित किया गया। इस ATAL FDP के समन्वयक प्रो.प्रवीण कुमार जैन तथा डॉ.नीरज जैन थे और संचालन मिस ग्लोरिया जोसेफ ने किया।