

डोडा चूरा तस्करी की सूचना पर नाकाबंदी के दौरान 2 कांस्टेबलों की हत्या कर फरार चल रहा था हत्यारा।
शाहपुरा। 10 अप्रैल 2021 की रात 2 पीकअप वाहन डोड़ा चूरा से भरी हुई और उनके साथ 02 स्कार्पियों वाहन कोटड़ी की तरफ आने की सूचना पर कोटड़ी एसएचओ नन्द सिंह पुलिस जाप्ता के साथ नन्दराय रोड़ कोटड़ी बाईपास मंशा रोड पर पहुँच कर अलग-अलग रोड़ पर नाकाबंदी कर रहे थे तभी नन्दराय की तरफ से एक काले रंग की स्कॉर्पियों गाडी बिना नम्बरी जिसके पीछे एक पीकअप जो पीछे से तिरपाल ढकी हुई थी पुलिस जाप्ता जीप को देखकर रूक गई। जिस पर जाप्ता द्वारा पूछताछ करने हेतु गाडी के पास गये, तो स्कॉर्पियों गाडी व पिकअप भरी हुई के चालकों ने पुलिस जाप्ता को देखकर गाडियों को पुलिस जाप्ता को जान से मारने के नियत से उपर चढ़ाने का प्रयास किया तो पुलिस जाप्ता ने अपना इधर उधर भागकर अपनी जान बचाई व स्कार्पियों व पिकअप कोटडी बाईपास रोड से मंशा की तरफ भाग गई।तभी उसके पीछे पीछे एक और स्कार्पियों गाडी व एक पीकअप फिर आ गई मौके पर गाडियों के तेज गति से आती हुई को एसएचओ व पुलिस जाप्ता ने रूकवाने का प्रयास किया तो स्कार्पियों गाड़ी के चालक द्वारा पुलिस जाप्ते पर गाड़ी चढ़ाने का प्रयास किया व वापस नन्दराय की तरफ घुमा ली जिस पर पुलिस जाप्ते के जाबांज कांस्टेबल औंकार ने एक डंडा स्कॉर्पियो पर मारा जिससें स्कॉर्पियों का शीशा टुट गया। स्कॉर्पियों के अन्दर चालक के अलवा 2 व्यक्ति और बैठे थे जिनके पास पिस्टल थे।जिस पर पुलिस को एकदम से गाड़ी के पास देखकर स्कॉर्पियों में बैठे लोगों ने फायरिंग शुरू कर दी जिससे एक गोली कांस्टेबल औंकार के सीने में लगी और उपचार के दौरान कांस्टेबल ओंकार की मौत हो गई। तथा स्कार्पियों गाडी एवं पिकअप को उनके चालक नन्दराय की तरफ फायरिंग करते हुये तेज गति से भगाकर ले गये।घटना के बाद आरोपीगणो द्वारा ग्रांम देवखेडा में डोडा चुरा के कट्टों को राजू खरोल के बाडे मे खाली कर फरार हो गये जिस पर थाना कोटडी के प्रकरण में आरोपीगण की गिरफ्तारी की सूचना पर ग्रांम देवखेडा में डोडा चुरा के कट्टे मिले थे। जिसका प्रकरण दर्ज कर जिसका अनुसंधान वृत्ताधिकारी शाहपुरा के जिम्में किया गया। घटना के बाद पूरे जिले में नाकाबन्दी की गयी।
कांस्टेबल पवन पर भी नाकाबंदी के दौरान की थी फायरिंग,हत्या।
नाकाबन्दी के दौरान 10 व 11 अप्रैल 2021 की रात्री में आरोपीगणों द्वारा थाना रायला क्षेत्र के ग्रांम लिरडिया खेडा में पुलिस पर फायरिंग करते हुए कांस्टेबल पवन कुमार की भी गोली मारकर निर्मम हत्या कर दी गई व ईसूजू गाडी डोडा चूरा से भरी हुई को छोडकर आगे चल रही स्कॉर्पियो गाडी से फरार हो गये।
पूर्व में 18 आरोपियों को किया गिरफ्तार जिसमे 5 पुलिसकर्मी शामिल।
डोडा चूरा तस्करी के करने की सूचना पर पुलिस की नाकाबंदी कर रहे जाबांज सिपाहियो की हत्या करने के बाद फरार तस्करों की गिरेबान तक पहुंचने के लिए पुलिस ने आस पास के समस्त जिलों मे नाकाबन्दी होने से उक्त स्कॉर्पियों वाहन से फरार होकर ग्रांम डुंगरखेडा सरहद के एनिकट में डोडा चुरा से भरी हुयी उक्त स्कॉर्पियों वाहन को छोडकर फरार हो गये जिस पर थाना भीम जिला राजसमन्द में एनडीपीएस एक्ट की विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज हुआ। समस्त घटनाक्रम लगातार होने से महानिदेशक पुलिस अपराध राजस्थान जयपुर के निर्देशानुसार थाना कोटडी, थाना रायला, थाना भीम जिला राजसमन्द पर दर्ज प्रकरणों का अनुसंधान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शाहपुरा द्वारा किया जा रहा है।घटना के बाद पुलिस टीम द्वारा एक के बाद एक 18 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया जिसमे 5 पुलिसकर्मी भी शामिल थे।पुलिस टीम ने 20 दिसंबर को जयपुर से ईनामी अभियुक्त रामनिवास पिता राणाराम विश्नोई निवासी कोसाणा, पुलिस थाना पीपाड, जिला जोधपुर को डिटेन कर पुछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया।
20 से 25 संभावित ठिकानों पर पुलिस ने बार बार दी दबिश।
कांस्टेबलों की हत्या के बाद से पूरे राजस्थान में पुलिस महकमे में सन्नाटा छा गया था आमजन में खौफ बैठ गया था पुलिस के आलाधिकारी मामले में हत्यारों तक पहुंचने की पूरी पुरजोर प्लानिंग में लग गई।पुलिस टीम लगातार प्रयास कर करीब 20-25 सम्भावित ठिकानो पर पुलिस टीम द्वारा बार-बार दबिश दी गयी परन्तु आरोपी द्वारा बार-बार ठिकाने बदलने के कारण सफलता हाथ नही लग रही थी।पुलिस टीम के अथक प्रयास व तकनीकी सहायता से आरोपी को जयपुर से डिटेन किया।तकनीकी टीम पिछले 6 माह से लगातार आरोपी के संदिग्ध मोबाईल नम्बरों पर नजर बनाये हुयी थी।करीब 500 मोबाईल नम्बरों की कॉल डिटेल का विश्लेषण किया जिसके बाद पुलिस को हत्यारा रामनिवास तक पहुंचने का सुराग लगा और जयपुर से धरपकड़ की गई।