

बाईपास निकलेंगे डंपर,ग्रामीणों ने कहा डंपरों से घरों में घुल जमती है,आए दिन लगते हैं जाम।
शाहपुरा । क्षेत्र में स्थित गिट्टी क्रेशर के ओवरलोड डंपरों के गांव के मुख्य बाजार से निकलने पर रोक लगाने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने दूसरी बार जाम लगाकर डंपरों को बाईपास निकालने की मांग की।पूर्व में ग्रामीणों ने पत्थर सड़क पर रखकर जाम लगाया जिसके बाद कुछ दिनों तक डंपर मुख्य बाजार से होकर नही गुजरे,बाईपास निकलते थे लेकिन दो दिन से फिर मुख्य बाजार से गिट्टी क्रेशर के डंपर निकलना शुरू हो गए।जिसका विरोध करते हुए महिलाओ और पुरुषों ने पहले तो रास्ते पर पत्थर रख कर विरोध दर्ज कराया लेकिन गिट्टी क्रेशर के डंपर चालको ने रास्ते पर रखे पत्थर हटा कर डंपर निकालने की कोशिश की तो ग्रामीणों ने पुन:डंपर रोककर विरोध शुरू कर दिया।ग्रामीणों की मांग है की मुख्य बाजार में सकरी गलियां है एक वाहन सामने आता है तो दूसरा नही गुजर सकता तथा डंपर से घरों में मिट्टी उड़ती,इसी रास्ते से दोपहर में स्कूल के विद्यार्थी होकर गुजरते हैं तथा गांव का मुख्य रास्ता होने से आए दिन परेशानी बनी रहती है जिससे भारी वाहनों को गांव की सकरी गलियो से होकर ना निकाले इसके लिए बाईपास का निर्माण कर भारी गिट्टी क्रेशर के वाहनों को मुख्य बाजार में लाना बंद करे।वही मौके पर पहुंचे सरपंच प्रतिनिधि बलवंत सिंह राठौड़ व ग्रामीणों ने 2 घंटे तक विरोध करने और गिट्टी क्रेशर संचालकों से बातचीत करने पर भी निर्कर्ष नही निकाला जिसके बाद महिलाओ ने भी सड़क पर बैठ कर विरोध दर्ज कराया और कहा की बड़े बड़े वाहनों के घरों के बाहर से गुजरने से बच्चो का घरों के बाहर खेलने का डर लगा रहता हैं आए दिन हादसे की आशंका बनी रहती है।
2 घंटे तक गिट्टी भरे डंपर रास्ते में खड़े रहे।
गिट्टी भरे डंपर 2 घंटे तक रास्ते में खड़ा रहा जिससे आने जाने वाले वाहनों से जाम लग गया वही मौके पर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई।सरपंच प्रतिनिधि बलवंत सिंह राठौड़ ने गिट्टी क्रेशर के डंपर संचालकों से बात करने पर ग्रामीणों ने और सरपंच प्रतिनिधि ने उन्हे रात 8 बजे ग्रामीणों के सोने के बाद डंपर निकालने के लिए बोला पर क्रेशर संचालकों ने रात में डंपर चलाने से मना किया।जिसके बाद फुलिया कलां पुलिस थाने से एएसआई प्रभु सिंह व कॉन्टेबल महेंद्र मौके पर पहुंचे और मामले को लेकर दोनो पक्षों ग्रामीणों ओर गिट्टी क्रेशर संचालकों से बातचीत की जिसमे गिट्टी क्रेशर के डंपर को बाईपास निकालने की बात पर मौखिक समझोता हुआ।फिर सब की सहमिति से रास्ता खोला गया।